Tue, 08 Apr 2025 14:38:30 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: मंगलवार का दिन वाराणसी के रामनगर जोन स्थित वार्ड नंबर 13 रामपुर के लिए एक नई सुबह की तरह रहा। जब पूरा शहर अपनी रोजमर्रा की भागदौड़ में व्यस्त था, तभी यहां एक विशेष सफाई और संचारी रोग नियंत्रण अभियान ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह कोई साधारण अभियान नहीं था, बल्कि एक ऐसा प्रयास था जिसने दिखा दिया कि जब प्रशासन, जनप्रतिनिधि और आम लोग मिलकर काम करें, तो बदलाव निश्चित होता है।
खाली प्लॉट से लेकर गली-गली तक सफाई की बयार
इस विशेष सफाई अभियान का नेतृत्व किया खाद्य निरीक्षक वीके वोहरा, सफाई सुपरवाइजर जयप्रकाश शास्त्री, सह-सुपरवाइजर चंदन राय और सेराज ने। अभियान की शुरुआत हुई उन खाली प्लॉटों से, जो लंबे समय से गंदगी और मच्छरों का अड्डा बन चुके थे। जेसीबी मशीनें चलीं, कर्मचारियों की टोली जुटी और देखते ही देखते पूरा इलाका कूड़ा-कचरे से मुक्त हो गया।
जहां-जहां जलभराव देखा गया, वहां दवा का छिड़काव किया गया ताकि डेंगू, मलेरिया और अन्य रोग फैलाने वाले मच्छरों का खात्मा किया जा सके। सीतापुर कॉलोनी और प्रकाश हॉस्पिटल के पास ट्यूबेल क्षेत्र में भी अभियान की गूंज सुनाई दी।
जन-जागरूकता और जन-भागीदारी बनी अभियान की ताकत
इस मौके पर वार्ड पार्षद लल्लन सोनकर खुद लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा, "सफाई सिर्फ सरकार की नहीं, हम सबकी जिम्मेदारी है। जब तक लोग खुद नहीं जागेंगे, तब तक शहर को साफ रखना मुश्किल होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है – स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत। हम सबको इसे पूरा करना है।"
पार्षद सोनकर ने 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैली की जानकारी भी घर-घर जाकर दी और लोगों से अपील की कि वे बड़ी संख्या में शामिल हों।
अधिकारियों के प्रेरक विचार
खाद्य निरीक्षक वीके वोहरा ने कहा, "साफ-सफाई सिर्फ एक सरकारी अभियान नहीं, ये एक जीवनशैली होनी चाहिए। हर नागरिक को इसमें भाग लेना चाहिए।"
सफाई सुपरवाइजर जयप्रकाश शास्त्री बोले, "हमारा सपना है कि वाराणसी देश का सबसे स्वच्छ और स्वस्थ शहर बने। हम लगातार मेहनत कर रहे हैं, पर असली ताकत लोगों की भागीदारी से ही मिलेगी।"
सह-सुपरवाइजर सेराज ने कहा, "हम हर गली, हर नुक्कड़ पर ध्यान दे रहे हैं। जहां भी जलभराव है, वहां तत्काल कार्रवाई की जा रही है।"
सह-सुपरवाइजर चंदन राय ने अपनी बात में जोड़ा, "यह सिर्फ एक दिन का अभियान नहीं है। इसे निरंतरता देने की जरूरत है ताकि हमारा वार्ड आदर्श स्वच्छता का उदाहरण बन सके।"
लोगों में दिखा उत्साह, बन रहा है जनआंदोलन
इस अभियान के बाद क्षेत्र के लोगों में खासा उत्साह देखा गया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने अपने घरों के सामने सफाई की। कई लोगों ने खुद पानी जमा न होने देने की शपथ ली।
स्वच्छता की लहर उठी, बीमारी की जड़ें हिलीं
वाराणसी का रामपुर वार्ड नंबर 13 अब बाकी वार्डों के लिए मिसाल बन चुका है। यह केवल एक सफाई अभियान नहीं था, यह एक जन-जागृति थी। एक ऐसा प्रयास जो बता गया कि जब इरादा मजबूत हो, तो बदलाव नामुमकिन नहीं।