Mon, 14 Apr 2025 21:23:20 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: लंका थाने की पुलिस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 25 हजार रुपये के इनामी और कई आपराधिक मामलों में वांछित शातिर अपराधी विशाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को रामनगर से धर दबोचा गया, जहां वह पिछले कुछ समय से पहचान छुपाकर रह रहा था। विशाल चौधरी पर लूट, रंगदारी, धोखाधड़ी और बलवा जैसी गंभीर धाराओं के तहत विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज हैं, और वह पिछले पांच वर्षों से पुलिस की पकड़ से बचता फिर रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2020 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद विशाल वाराणसी से फरार होकर रायबरेली चला गया था, जहां उसने अपनी पहचान छिपाकर रहने की कोशिश की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए न सिर्फ मोबाइल फोन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया था, बल्कि बार-बार अपने ठिकाने भी बदलता रहा। वाराणसी लौटने के बाद वह रामनगर स्थित अपने ससुराल के पास एक किराए के मकान में रहने लगा था, जिससे उसकी उपस्थिति संदेह के दायरे में न आए। उसकी पत्नी और बच्चे पहले से ही रामनगर में उसके ससुराल में रह रहे थे, और विशाल उसी क्षेत्र में एक सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन जीने का प्रयास कर रहा था।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसीपी भेलूपुर डॉ. ईशान सोनी के निर्देशन में लंका थाना प्रभारी और उनकी टीम ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान विशाल ने स्वीकार किया कि वह लगातार अलग-अलग जिलों और राज्यों में छिपता रहा था ताकि गिरफ्तारी से बच सके। पुलिस के अनुसार, विशाल चौधरी के खिलाफ भेलूपुर, लंका और दशाश्वमेध थानों में कई गंभीर धाराओं के अंतर्गत मामले दर्ज हैं, जिनमें धोखाधड़ी, रंगदारी और बलवा शामिल हैं।
गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से कोई संचार उपकरण नहीं मिला, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वह तकनीकी निगरानी से बचने के लिए पूरी तरह सतर्क था। एसीपी डॉ. ईशान सोनी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस की सतर्कता और लगातार प्रयासों का परिणाम है। पुलिस टीमें लंबे समय से उसके मूवमेंट पर नजर रख रही थीं और आखिरकार गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई संभव हो सकी।
गिरफ्तारी अभियान में शामिल टीम में उपनिरीक्षक शिवाकांत मिश्रा के साथ सिपाही कमल सिंह यादव, हृदय कुमार, अमित शुक्ला और कृष्णकांत पांडेय की अहम भूमिका रही। पुलिस ने आरोपी को लंका थाने पर पेश कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द ही उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
यह गिरफ्तारी वाराणसी पुलिस के लिए न सिर्फ एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह शहर में अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान की प्रभाव शीलता को भी दर्शाती है। प्रशासन का कहना है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी इसी तरह जारी रहेगी, ताकि शहर में कानून व्यवस्था मजबूत बनी रहे।