Sat, 08 Mar 2025 21:29:27 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम कार्यालय, चितईपुर थाना क्षेत्र में कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कर्मचारियों का आरोप है कि रविवार को होने वाली महापंचायत को जानबूझकर रोका जा रहा है। यह महापंचायत बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ आयोजित की जानी थी, जिसमें 21 जिलों के जूनियर इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों की भागीदारी होनी थी।
कर्मचारियों ने बताया कि महापंचायत के लिए आवश्यक सामग्री को कार्यालय परिसर में ले जाने से रोका गया है। इसके चलते राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन से जुड़े कर्मचारी धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि प्रशासन द्वारा महापंचायत को रोकने के लिए जानबूझकर बाधाएं खड़ी की जा रही हैं।
रविवार को होने वाली महापंचायत का मुख्य उद्देश्य बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाना था। इसमें करीब 500 से अधिक कर्मचारियों और जूनियर इंजीनियरों के शामिल होने की संभावना थी। कर्मचारियों का कहना है कि निजीकरण से उनकी नौकरियों और अधिकारों को खतरा है, और इसके खिलाफ वे एकजुट होकर आवाज उठाना चाहते हैं।
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि महापंचायत के लिए सामग्री ले जाने पर रोक लगाना उनके अधिकारों का हनन है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन और विस्तारित हो सकता है।
इस धरने और महापंचायत के विवाद के चलते बिजली विभाग के कामकाज पर भी असर पड़ सकता है। कर्मचारियों ने कहा कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन की ओर से शीघ्र हस्तक्षेप की उम्मीद की जा रही है। कर्मचारियों ने साफ कहा है कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा।