Sat, 12 Apr 2025 15:06:26 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: ज्ञान की नगरी काशी में शिक्षा का सूर्योदय एक नई उम्मीद के साथ होने जा रहा है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सेंट्रल हिंदू स्कूल समेत अन्य प्रतिष्ठित स्कूलों में नन्हे-मुन्नों के दाखिले की प्रक्रिया इस रविवार एक ऐतिहासिक मोड़ लेने जा रही है। एलकेजी से लेकर कक्षा 6 तक के बच्चों के लिए ई-लॉटरी के माध्यम से प्रवेश की शुरुआत होगी, जिसमें हजारों सपनों की किस्मत एक क्लिक से तय होगी।
ई-लॉटरी: पारदर्शिता की मिसाल, तकनीक का कमाल
सदी के महान शिक्षाविद् महामना मदन मोहन मालवीय की शिक्षण परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, बीएचयू हर वर्ष दाखिले में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ई-लॉटरी प्रणाली का उपयोग करता है। इस वर्ष भी यह प्रक्रिया रविवार, सुबह 8 बजे से बीएचयू विज्ञान संस्थान के महामना सभागार में शुरू की जाएगी।
किन कक्षाओं में होंगे दाखिले?
इस बार जिन कक्षाओं में ई-लॉटरी के माध्यम से दाखिले होंगे, वे निम्नलिखित है:
✅सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल, बाल वाटिका-2 (एलकेजी)
✅सेंट्रल हिंदू स्कूल (राजीव गांधी दक्षिणी परिसर), बाल वाटिका-3 (नर्सरी)
✅श्री रणवीर संस्कृत विद्यालय, कक्षा 1
✅सेंट्रल हिंदू बॉय्स और सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल, कक्षा 6
हर साल हजारों माता-पिता अपने बच्चों को इन स्कूलों में दाखिला दिलाने के लिए आवेदन करते हैं, और इस बार भी कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
रविवार को ही आएंगे नतीजे, 24 अप्रैल से एडमिशन शुरू
ई-लॉटरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसी दिन परिणाम सूची तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद 24 अप्रैल से दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सबसे पहले बीएचयू कर्मचारियों के बच्चों और दिव्यांग वर्ग के छात्रों को प्रवेश मिलेगा।
कौन-कब-कैसे होगा शामिल? जानिए पूरी शेड्यूल
24 अप्रैल: बाल वाटिका-2, बाल वाटिका-3 और कक्षा 1 में दाखिला प्रारंभ
25 अप्रैल: ई-लॉटरी की पहली चयन सूची प्रकाशित
28 अप्रैल: वेटिंग लिस्ट से चयनित छात्रों की दूसरी सूची जारी
प्राथमिकता का क्रम साफ और सुव्यवस्थित
बीएचयू प्रशासन के अनुसार, दाखिले की प्रक्रिया में प्राथमिकता इस प्रकार दी जाएगी:
1. बीएचयू के नियमित कर्मचारियों के बच्चे
2. दिव्यांग अभ्यर्थी
3. सामान्य वर्ग
4. आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (EWS)
5. अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
6. अनुसूचित जाति (SC)
7. अनुसूचित जनजाति (ST)
यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि हर वर्ग को समान अवसर मिले, और सामाजिक समरसता बनी रहे।
बीएचयू का नाम, शिक्षा का सम्मान
बीएचयू के सेंट्रल हिंदू स्कूल, सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल और श्री रणवीर संस्कृत विद्यालय जैसी संस्थाएं न केवल उच्च शिक्षा की नींव हैं, बल्कि ये नैतिक मूल्यों, संस्कारों और आधुनिकता का सुंदर संगम भी हैं। यही कारण है कि इन संस्थानों में पढ़ना आज भी गर्व का विषय माना जाता है।
शिक्षा का ये उत्सव हर परिवार के लिए एक नई सुबह की दस्तक
ई-लॉटरी से कोई बच्चा 'भाग्यशाली' नहीं बल्कि 'सक्षम' बनता है। बीएचयू ने वर्षों से साबित किया है कि वह सिर्फ शिक्षा नहीं देता, वह व्यक्तित्व गढ़ता है। इस रविवार, जब कंप्यूटर की स्क्रीन पर नतीजे उभरेंगे, तो साथ ही उभरेंगी कई मासूम मुस्कानें, जो इस देश का भविष्य हैं।
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