Thu, 27 Mar 2025 03:05:05 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर की गई टिप्पणी के बाद राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त घमासान मच गया है। बुधवार को इस विवाद ने और अधिक तूल पकड़ लिया जब करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने उनके आवास पर विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
करणी सेना का हंगामा
करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ता रामजी लाल सुमन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और उनके आवास के बाहर प्रदर्शन किया। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने सुमन के खिलाफ नारे लगाए और उनके बयान को राजपूत समाज के लिए अपमानजनक बताया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को मौके पर तैनात करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों को शांत कराने का प्रयास किया गया।
करणी सेना के एक नेता ने कहा, राणा सांगा जैसे महान योद्धा का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर समाजवादी पार्टी और उनके नेता माफी नहीं मांगते तो हम और उग्र आंदोलन करेंगे।
अखिलेश यादव का बयान
इस विवाद के बढ़ने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य किसी भी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा:
समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज की स्थापना में विश्वास करती है। हम कमजोर से कमजोर हर व्यक्ति को भी सम्मान दिलाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता। समाजवादी पार्टी मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं उठा सकती।
सपा सांसद की सफाई
रामजी लाल सुमन ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ इतिहास की एक पक्षीय व्याख्या पर चर्चा की थी और किसी समाज या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, इतिहास की घटनाओं की व्याख्या अपने समय और परिस्थितियों के अनुसार होती है। हमने किसी भी समाज का अपमान नहीं किया है।
इस मुद्दे पर भाजपा के हमले का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा इतिहास को राजनीतिक लाभ और समाज को बांटने के लिए इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, भाजपा सरकार को अपनी भेदकारी नीति छोड़कर जनता के रोज़गार, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।
यह मामला अब केवल सपा बनाम करणी सेना का नहीं रह गया है, बल्कि भाजपा भी इसमें कूद चुकी है। भाजपा के प्रवक्ता ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यह दल हिंदू वीरों का अपमान करने की आदत बना चुका है और अब जनता इसका जवाब देगी।
इस बीच, करणी सेना ने आगामी दिनों में बड़े प्रदर्शन की चेतावनी दी है। वहीं, समाजवादी पार्टी अपने सांसद के बचाव में उतर आई है, लेकिन इस बयान से राजपूत समाज की नाराजगी को शांत कर पाना आसान नहीं दिख रहा है। अब देखना होगा कि अखिलेश यादव इस विवाद को कैसे संभालते हैं और क्या रामजी लाल सुमन अपने बयान पर माफी मांगते हैं या नहीं।