Sat, 22 Feb 2025 21:24:51 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: विदेश मंत्री एस. जयशंकर कल 23 फरवरी को काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) पहुंचेंगे। यहां वे काशी तमिल संगमम के अकादमिक सत्र को संबोधित करेंगे और बीएचयू के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। इस दौरान उनकी बीएचयू और आईआईटी बीएचयू के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक भी प्रस्तावित है। विदेश मंत्री के आगमन को लेकर बीएचयू प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।
काशी तमिल संगमम के समापन सत्र से एक दिन पहले विदेश मंत्री के साथ कई देशों के राजदूतों के भी काशी आने की संभावना है। सुबह के वक्त बीएचयू के भारत कला भवन संग्रहालय, मालवीय भवन, केंद्रीय ग्रंथालय और आईआईटी बीएचयू का प्रतिनिधिमंडल भ्रमण कर सकता है। इसके बाद विदेश मंत्री संगमम के अकादमिक सत्र में शामिल होंगे और अपना संबोधन देंगे।
बीएचयू में अध्ययनरत विदेशी छात्र-छात्राओं से भी उनकी मुलाकात कराई जा सकती है। इसके अलावा, विदेश मंत्री की बीएचयू और आईआईटी के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक भी प्रस्तावित है, जिसमें शिक्षा, शोध और अंतरराष्ट्रीय सहयोग जैसे विषयों पर चर्चा हो सकती है।
बीएचयू में काशी तमिल संगमम के नोडल अधिकारी और पूर्व कुलसचिव नीरज त्रिपाठी ने बताया कि विदेश मंत्री के आगमन को लेकर आयोजन संबंधी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक और शैक्षणिक विरासत को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
काशी तमिल संगमम एक ऐसा आयोजन है जो तमिलनाडु और काशी की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने का काम कर रहा है। इस आयोजन में देश-विदेश के विद्वान, शोधार्थी और सांस्कृतिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। विदेश मंत्री का यह दौरा इस आयोजन को और भी गति प्रदान करेगा।
बीएचयू प्रशासन ने विदेश मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के लिए विशेष व्यवस्था की है। सुरक्षा के मद्देनजर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। विदेश मंत्री के इस दौरे से बीएचयू और आईआईटी बीएचयू के छात्रों और शिक्षकों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है।
इस अवसर पर विदेश मंत्री के संबोधन और उनकी गतिविधियों को लेकर स्थानीय लोगों और शैक्षणिक समुदाय में काफी उम्मीदें हैं। उम्मीद की जा रही है कि यह दौरा काशी की सांस्कृतिक और शैक्षणिक पहचान को और भी मजबूत करेगा।