Thu, 03 Apr 2025 18:40:45 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: नशे के काले साये से अपने बच्चों और समाज को बचाने के लिए रामनगर की महिलाओं ने एकजुट होकर जो संघर्ष किया, वह आज रंग लाया। रामनगर मछरहट्टा वार्ड के कवि टोला में प्रस्तावित देसी दारु की दुकान के खिलाफ महिलाओं का लंबा धरना विधायक सौरभ श्रीवास्तव के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हो गया। विधायक ने महिलाओं को दिए गए आश्वासन के बाद ही धरना वापस लिया गया।
क्या था मामला
कवि टोला के साहित्यनाका मोड़ पर देसी दारु की नई दुकान खोले जाने की खबर से इलाके की महिलाएं स्तब्ध रह गईं। उनका आक्रोश इसलिए था क्योंकि इसी रास्ते पर प्राथमिक विद्यालय स्थित है, जहाँ सैकड़ों मासूम बच्चों का आना-जाना लगा रहता है। महिलाओं का कहना था कि नशाखोरी और गंदी संगत के कारण उनकी बेटियों और बहनों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी।
महिलाओं ने उठाई आवाज, शुरू किया धरना
इसके विरोध में सुमन देवी, मीरा देवी, हीरामणि देवी, चंद्रकला देवी और सुषमा देवी समेत दर्जनों महिलाओं ने रोड पर धरना देकर प्रशासन को चेतावनी दी कि वे इस नशे के अड्डे को बर्दाश्त नहीं करेंगी। उनका कहना था – हमारे बच्चों का भविष्य अंधकारमय नहीं होने देंगे। यह दुकान हटेगी, तभी हम हटेंगे।
विधायक ने दिखाई संवेदनशीलता
जब इस मामले की जानकारी विधायक सौरभ श्रीवास्तव को मिली, तो उन्होंने तुरंत धरना स्थल पर पहुँचकर महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने न केवल महिलाओं की चिंताओं को गंभीरता से सुना, बल्कि यह आश्वासन भी दिया कि जहाँ बच्चों का भविष्य और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़े, वहाँ ऐसा कोई ठेका नहीं खुलेगा।
धरना समाप्त, महिलाओं ने जताया आभार
विधायक के ठोस आश्वासन के बाद महिलाओं ने अपना धरना समाप्त कर दिया। धरना करने वाली शांति देवी और रेखा देवी ने कहा – हमें विश्वास था कि हमारी आवाज सुनी जाएगी। विधायक साहब ने हमारी बात रखी, इसके लिए हम उनके आभारी हैं। धरना में सुमन देवी, मीरा देवी, हीरा देवी, चंद्रकला देवी, सुषमा देवी, शारदा,एकता, दुर्गा आदि दर्जनों महिलाएं शामिल रही।
समाज के लिए मिसाल
यह घटना न केवल रामनगर, बल्कि पूरे जनपद के लिए एक मिसाल है कि अगर समाज जागरूक हो और एकजुट होकर आवाज उठाए, तो गलत फैसलों को बदला जा सकता है। महिलाओं के इस साहसिक कदम की सभी ने सराहना की है।