Fri, 11 Apr 2025 13:44:24 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: काशी की धरा पर एक ऐतिहासिक पल, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादों को हकीकत में बदला, विकास को गले लगाया और पूर्वांचल को नवजीवन देने वाला संदेश दिया।
शुक्रवार को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरे, मानो काशी की हवाओं में नई ऊर्जा समा गई। एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर के जरिए मेंहदीगंज पहुंचे पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया, लेकिन यह सिर्फ भाषण नहीं था। यह था भविष्य की पटकथा, जिसे उन्होंने विकास, विश्वास और विवेक की कलम से रचा।
39 सौ करोड़ की सौगात: विकास की नई परिभाषा
पीएम मोदी ने करीब 3900 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर यह संदेश दिया कि काशी अब सिर्फ आस्था की राजधानी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और संभावनाओं की प्रयोगशाला बन चुकी है। इस दौरान उन्होंने तीन बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड सौंपे। ये सिर्फ कार्ड नहीं थे, बल्कि एक वादा था कि अब इलाज के लिए न जमीन बिकेगी, न कोई कर्ज में डूबेगा।
21 नए GI टैग, हुनर की अंतरराष्ट्रीय पहचान
प्रधानमंत्री ने काशी के 21 अनोखे उत्पादों को GI टैग प्रदान किया। यह महज प्रमाणपत्र नहीं, बल्कि "Made in Kashi" का वैश्विक पासपोर्ट है। पीएम ने गर्व से कहा “यूपी अब हुनर की राजधानी है, जहां की मिट्टी सिर्फ खुशबू नहीं देती, पहचान भी रचती है।”
आरोपियों पर सख्ती और कानून का लोहा
बात केवल विकास की नहीं थी। पीएम मोदी ने बाबतपुर एयरपोर्ट पर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंगम से मुलाकात की और हाल ही में सामने आए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। यह एक स्पष्ट संदेश था। “न्याय में देरी नहीं होगी, दोषियों को सजा तय है।”
‘सबका साथ, सबका विकास’ परिवारवाद पर करारा प्रहार
पीएम ने मंच से स्पष्ट कहा, “हम देश सेवा का मंत्र लेकर आए हैं, सत्ता की हवस नहीं। जो लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए राजनीति करते हैं, उन्हें जवाब जनता देगी। हमारा रास्ता है सबका साथ, सबका विकास।”
लखपति दीदी योजना—महिलाओं के हाथ में आत्मनिर्भर भारत की कमान
प्रधानमंत्री ने लखपति दीदी योजना को क्रांतिकारी करार देते हुए कहा कि मेहनतकश बहनों ने नया इतिहास रचा है। “अगर भरोसा किया जाए, तो वो भरोसा एक नई इबारत लिख सकता है,” उन्होंने यह कह कर हर महिला को शक्ति का प्रतीक बना दिया।
50 हजार वय वंदना कार्ड—बुजुर्गों का सम्मान, सेवा का प्रमाण
काशी में 50 हजार वय वंदना कार्ड वितरित हो चुके हैं। पीएम ने इसे आंकड़ा नहीं, बल्कि संवेदनशील सेवा का प्रतीक बताया। साथ ही आयुष्मान योजना को लेकर बोले कि अब लोगों को इलाज के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा।
महात्मा फुले की जयंती पर नारी शक्ति को सलाम
प्रधानमंत्री ने महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को श्रद्धांजलि देते हुए नारी सशक्तिकरण को देश का भविष्य बताया। “त्यागी महापुरुषों की प्रेरणा ही हमारी राजनीति की आत्मा है,” उन्होंने जोड़ा।
काशी, अब आरोग्य की राजधानी
प्रधानमंत्री ने बताया कि दिल्ली-मुंबई के बड़े अस्पताल अब काशी में भी आ रहे हैं। यह सिर्फ स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि पूर्वांचल की चिकित्सा क्रांति है। नेपाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश से अब मरीज काशी की ओर उम्मीद के साथ देख रहे हैं।
काशी की गलियों ने फिर देखा एक युगद्रष्टा को, जिसने न केवल वादे किए, बल्कि उन्हें जमीन पर उतार कर दिखाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा ने पूर्वांचल को विकास, न्याय और आत्मबल की एक अद्भुत दिशा दी है। जो यादों में रहेगी, गर्व का हिस्सा बनेगी और आने वाले कल की नींव रखेगी।
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