कानपुर: जीटी रोड पर भीषण सड़क हादसा, दो शिक्षिकाओं समेत तीन की दर्दनाक मौत

कानपुर के बिठूर में जीटी रोड पर तेज़ रफ्तार कार और बस की टक्कर में दो शिक्षिकाओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

Tue, 15 Apr 2025 16:18:57 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

कानपुर: मंगलवार सुबह बिठूर थाना क्षेत्र स्थित जीटी रोड हाईवे पर एक भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की जान चली गई, जिनमें दो महिलाएं सरकारी शिक्षिका थीं। हादसा उस वक्त हुआ जब एक तेज़ रफ्तार टाटा जेस्ट कार और सामने से आ रही प्राइवेट बस में आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस दर्दनाक हादसे में कार चालक सहित दो महिला शिक्षिकाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य शिक्षिका और एक बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को तत्काल रामा अस्पताल, मंधना में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह लगभग 7:30 बजे यह हादसा नारामऊ के पास हाईवे कट पर हुआ। टाटा जेस्ट कार कल्याणपुर निवासी विशाल द्विवेदी (25) चला रहा था। वह कार से उन्नाव की ओर जा रहा था, जिसमें उसके साथ तीन महिला शिक्षिकाएं भी सवार थीं। इनमें कल्याणपुर की आकांक्षा मिश्रा (30), बर्रा की अंजुला मिश्रा और गोवा गार्डन की ऋचा अग्निहोत्री शामिल थीं। कार का उद्देश्य उन्हें उनके स्कूलों तक छोड़ना था। बताया जा रहा है कि उसी समय सामने से आ रही एक प्राइवेट बस ने हाईवे पर तेजी से आकर कार को सीधी टक्कर मार दी, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए और भीतर बैठे लोग बुरी तरह घायल हो गए।

हादसे की सूचना मिलते ही बिठूर थाना पुलिस और एनएचआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी) की टीम मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त वाहनों को हटा कर यातायात बहाल किया। पुलिस ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और घायलों को बाहर निकालकर एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, कार सवार विशाल द्विवेदी, आकांक्षा मिश्रा और अंजुला मिश्रा को बचाया नहीं जा सका और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, शिक्षिका ऋचा अग्निहोत्री और एक अन्य बाइक सवार की हालत नाजुक बनी हुई है।

इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया है। मृतकों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है और पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, इस घटना ने एक बार फिर से हाईवे पर चल रहे तेज रफ्तार वाहनों और सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नारामऊ कट पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन वहां कोई स्थायी सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं।

पुलिस हादसे की पूरी जांच कर रही है और बस चालक की तलाश की जा रही है, जो घटना के बाद मौके से फरार हो गया। शुरुआती जांच में बस चालक की लापरवाही और ओवरस्पीडिंग को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।

यह हादसा न सिर्फ तीन जिंदगियों को लील गया, बल्कि उन परिवारों को भी असहनीय दुख दे गया जिनके सपने और भविष्य इस टक्कर के साथ चकनाचूर हो गए। मृतक शिक्षिकाएं अपने स्कूल जाने के लिए निकली थीं, जहां वह सैकड़ों बच्चों का भविष्य संवारने का कार्य करती थीं। ऐसे में यह हादसा न सिर्फ एक व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी अपूरणीय नुकसान है।

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