Fri, 21 Feb 2025 15:38:12 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
प्रयागराज/अहमदाबाद: अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए प्रयागराज के एक यूट्यूबर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो रिकॉर्ड कर उन्हें यूट्यूब और टेलीग्राम पर बेचने का आरोप है। साथ ही, इन पर देश के 60 से 70 अस्पतालों के सीसीटीवी हैक करने का भी शक है।
अहमदाबाद साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने बताया कि इन तीनों आरोपियों ने महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो रिकॉर्ड कर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा। इनका नेटवर्क काफी बड़ा था, जिसमें वीडियो खरीदने और बेचने वाले अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है।
गिरफ्तार आरोपी चंद्रप्रकाश उर्फ फूलचंद (प्रयागराज, उत्तर प्रदेश), प्रज्वल उर्फ अशोक तेली (लातूर, महाराष्ट्र) राजेंद्र पाटिल (सांगली, महाराष्ट्र) के रहने वाले है।
क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला कि इन आरोपियों ने यूट्यूब और टेलीग्राम चैनलों के जरिए ये आपत्तिजनक वीडियो बेचे और इससे भारी रकम कमाई।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को इस गिरोह के खिलाफ एक और बड़ा सुराग मिला है। इनके खिलाफ देशभर के 60-70 अस्पतालों के सीसीटीवी फुटेज हैक करने का शक जताया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, राजकोट के पायल अस्पताल के सीसीटीवी को हैक करने के लिए आईपी एड्रेस का उपयोग किया गया था। अब पुलिस इस मामले में भी विस्तृत जांच कर रही है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अस्पतालों के सीसीटीवी फुटेज को हैक करने के लिए आरोपियों ने रोमानिया और अटलांटा के साइबर अपराधियों की मदद ली थी। शुरुआती जांच से पता चला है कि आरोपी इन वीडियो को 800 से 2000 रुपये तक में बेच रहे थे और पिछले 8 महीनों में लाखों रुपये कमा चुके थे।
क्राइम ब्रांच की जांच में यह भी पता चला कि प्रयागराज का आरोपी चंद्रप्रकाश फूलचंद ही इन वीडियो को बनाता था और फिर अपने यूट्यूब व टेलीग्राम चैनलों पर बेचता था। उसके टेलीग्राम चैनल पर 100 से ज्यादा सब्सक्राइबर्स थे, जिससे उसने इन वीडियो की बिक्री की।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच अब आरोपियों की रिमांड लेने की प्रक्रिया शुरू कर रही है ताकि इनके नेटवर्क और अन्य संभावित अपराधों की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह के अन्य सदस्य भी हैं जो अभी फरार हैं।
इस घटना के बाद साइबर क्राइम ब्रांच ने आम जनता को सतर्क रहने और संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है।