उत्तर प्रदेश को मिले नए प्रहरी: 60,244 सिपाहियों की ऐतिहासिक भर्ती, जून से शुरू होगी ट्रेनिंग

उत्तर-प्रदेश पुलिस बल में 60,244 सिपाहियों की सीधी भर्ती अब अंतिम चरण में है, जिसमें चयनित अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन 22 अप्रैल से और कांस्टेबल ट्रेनिंग 17 जून से शुरू होगा।

Fri, 11 Apr 2025 21:54:09 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रदेश के नागरिक पुलिस बल को नया दमखम देने वाली 60,244 सिपाहियों की सीधी भर्ती अब अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। इन नवचयनित रक्षक योद्धाओं की ज्वॉइनिंग कांस्टेबल ट्रेनिंग (JCT) आगामी जून माह से शुरू होगी। यह भर्ती केवल एक संख्या नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की सुरक्षा, समर्पण और सशक्तिकरण की नई तस्वीर है।

22 अप्रैल से होंगे चरित्र सत्यापन व मेडिकल परीक्षण

डीजीपी मुख्यालय से जारी निर्देशों के अनुसार, 22 अप्रैल से चयनित अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन और चिकित्सा परीक्षण प्रारंभ होगा। यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और सख्ती के साथ की जाएगी, ताकि प्रदेश को न केवल योग्य, बल्कि नैतिक रूप से सशक्त प्रहरी मिल सकें।

17 जून से जिलों में प्रारंभ होगा प्रारंभिक प्रशिक्षण

आईजी स्थापना की ओर से सभी पुलिस कमिश्नरेट और जिलों के कप्तानों को भेजे गए निर्देशों में स्पष्ट कहा गया है कि 17 जून से जिलों में अभ्यर्थियों का सामान्य प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा। इस चरण में उन्हें पुलिसिंग की मूलभूत जानकारी दी जाएगी। जैसे कर्तव्यबोध, शारीरिक अनुशासन, वर्दी का गौरव, और आमजन से व्यवहार की कला।

21 जुलाई से होगा पूर्ण प्रशिक्षण का श्रीगणेश

इसके बाद 21 जुलाई से सभी चयनित अभ्यर्थी प्रदेश के विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में भेजे जाएंगे, जहां लगभग 9 माह तक कठोर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें शारीरिक, मानसिक, रणनीतिक और तकनीकी प्रशिक्षण शामिल होगा। यानी उत्तर प्रदेश को मिलेंगे न केवल सिपाही, बल्कि बहुआयामी सुरक्षा योद्धा।

योगी सरकार की बड़ी पहल: प्रशिक्षण केंद्रों की क्षमता ढाई गुना

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दृढ़ निर्देश पर प्रदेश के प्रशिक्षण केंद्रों की क्षमता को ढाई गुना तक बढ़ा दिया गया है। अब एक साथ 60,600 सिपाहियों को प्रशिक्षण देने की क्षमता राज्य के पास मौजूद है। यह ना सिर्फ प्रशासनिक तैयारी का प्रतीक है, बल्कि प्रदेश सरकार के विजन और क्रियान्वयन क्षमता की मिसाल भी है।

‘हर गाँव, हर शहर, हर चौराहा – अब होगा सुरक्षित हाथों में’

यह भर्ती अभियान केवल बेरोजगारी को मात नहीं दे रहा, बल्कि उत्तर प्रदेश की आत्मा में नया जोश, नई चेतना भर रहा है। आने वाले समय में जब ये 60 हजार से अधिक सिपाही वर्दी पहनकर जनता की सेवा में उतरेंगे, तो यह सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि भरोसे का जश्न होगा।

यूपी खबर की खास पेशकश में हम जल्द लाएंगे इन नवचयनित सिपाहियों की यात्रा, उनके सपनों और संघर्षों की कहानी, सिर्फ आपके लिए।

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