Fri, 11 Apr 2025 22:32:04 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
मऊ: श्रीराम कथा भारतवर्ष यात्रा, जिसे आज की आध्यात्मिक दुनिया की सबसे महान सांस्कृतिक पहल कहा जा सकता है।का शुभा-गमन अब मऊ जनपद की पुण्यधरा पर हुआ। विश्व की सबसे बड़ी कथा यात्रा के अंतर्गत श्रीराम कथा का आयोजन मऊ के ब्रह्मस्थान मंदिर प्रांगण, सहादतपुरा (निकट प्राइवेट बस स्टैंड) में धूमधाम से आरंभ हुआ। दिनांक 11 अप्रैल 2025, शुक्रवार की संध्या 5 बजे से प्रारंभ हुई यह पंचदिवसीय संगीतमयी कथा 15 अप्रैल तक चलेगी।
इस अद्वितीय आयोजन में देश के 10 राज्यों, 81 जनपदों, और नेपाल एवं श्रीलंका तक की जनता को जोड़ने का संकल्प लिया गया है। कथा का उद्देश्य न केवल श्रीराम के आदर्शों का प्रचार-प्रसार करना है, बल्कि भारत की विविधता में एकता को रामकथा सूत्र में पिरोकर, जनमानस में जागृति का संचार करना भी है। कथा का आयोजन 5 बोलियों और 7 भाषाओं में किया जा रहा है, जो इसे और भी वैश्विक, समावेशी और ऐतिहासिक बना देता है।
श्रीराम के स्वागत में मऊ उमड़ा श्रद्धा सागर बनकर
कथा का शुभारंभ अयोध्या धाम से पधारे परम पूज्य अनुज श्री महाराज जी के सान्निध्य में हुआ। महाराज श्री का आगमन प्रातः 10 बजे जैसे ही ब्रह्मस्थान मंदिर परिसर में हुआ, जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा, मंगल गीतों और भक्ति की गंगा बहाकर उनका स्वागत किया।
संपूर्ण मऊ बना राममय
सजीव भजन, भावमयी वाणी, और श्रीराम की मर्यादाओं से ओतप्रोत कथाओं से पूरा क्षेत्र भक्तिरस में सराबोर हो गया। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे स्वयं अवधपति राम अपने चरित्र की पुनरावृत्ति कर रहे हों।
मुख्य यजमान श्री प्रदीप जायसवाल, श्री प्रतीक जायसवाल, और उनके सहयोगियों ने आयोजन को भव्यता की पराकाष्ठा तक पहुँचाया। उनके साथ श्री भगवान सिंह, श्री राजेश सिंह, श्री महेंद्र यादव, श्री मुन्ना सिंह, श्री ओम प्रकाश सिंह, श्री राजू सिंह, श्री सुनील पांडे, श्री दिनेश राय, श्री राहुल सिंह, श्री सत्य प्रकाश सिंह, श्री राकेश सिंह रघुवंशी, श्री जीवधन चौहान, श्री गुड्डू मद्धेशिया, श्री मनोज सिंह, श्री मनीष सिंह, श्री कृष्ण ठाकुर, श्री अखंड जी, श्री हिमांशु, श्री अरुण, श्री शंकर, श्री विनीत, श्री गोपाल पांडे, श्री आशीष राय, श्री अमरेंद्र, श्री दीपक आदि ने समर्पित भाव से सहयोग किया।
व्यवस्था प्रमुख: माँ आशा तारा फाउंडेशन
कथा आयोजन की संपूर्ण व्यवस्था का दायित्व माँ आशा तारा फाउंडेशन ने संभाला है, जो पिछले कई वर्षों से सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
यह कथा यात्रा एक साधारण धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की भावनात्मक रचना है। श्रीराम के पदचिन्हों पर चलते हुए जब भारत के कोने-कोने से लोग एकत्र होते हैं, तब यह केवल भक्ति नहीं, एक सांस्कृतिक क्रांति होती है। मऊ इस पुण्य आयोजन का साक्षी बना, यह अपने आप में गौरव का विषय है।
यूपी खबर इस अलौकिक आयोजन के हर क्षण को आपके समक्ष प्रस्तुत करता रहेगा। जुड़िए इस राममयी यात्रा से और बनाइए अपने जीवन को श्रीराम के आदर्शों से प्रकाशित।