Tue, 21 Jan 2025 13:42:14 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
रायपुर: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने एक महत्वपूर्ण नक्सली ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें 20 नक्सलियों को मार गिराया गया। यह मुठभेड़ मंगलवार को सुबह छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा क्षेत्र के घने जंगलों में हुई। इस एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के बड़े दस्ते को घेर लिया था, जिसमें लगभग 60 नक्सलियों की उपस्थिति की पुष्टि हुई थी।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम द्वारा की गई, जो पहले से ही नक्सलियों के संभावित ठिकानों पर नजर बनाए हुए थे। मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर घातक हमला किया, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने सख्त कार्रवाई की।
इस अभियान में ड्रोन तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया, जिससे सुरक्षाबल नक्सलियों की हर गतिविधि की सटीक जानकारी प्राप्त करने में सक्षम हुए। ड्रोन से नक्सलियों के ठिकाने और उनके मूवमेंट्स पर निगरानी रखी जा रही थी, जिससे सुरक्षाबलों को रणनीतिक रूप से जवाब देने में मदद मिली। इस आधुनिक तकनीकी दृष्टिकोण ने सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी तरीके से कार्रवाई करने में सफलता दिलाई।
बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को ओडिशा की ओर जाने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर घेराबंदी की थी। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद और नक्सली साहित्य बरामद किया है।
इस सफलता के बाद सुरक्षाबलों ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस ऑपरेशन को बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान का हिस्सा है। अधिकारियों के मुताबिक, मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के शवों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि क्षेत्र में अन्य नक्सलियों का सफाया किया जाए।
सुरक्षा बलों के इस ऑपरेशन को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह नक्सलियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्रों में जारी अभियान का एक अहम हिस्सा है। राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी इस सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए यह आश्वासन दे रहे हैं कि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन और तेज किया जाएगा।
यह एनकाउंटर एक संकेत है कि सुरक्षा बलों की रणनीति और आधुनिक तकनीकी उपायों के उपयोग से नक्सलियों पर भारी दबाव बनाया जा रहा है। इस सफलता को राज्य में नक्सलवाद पर काबू पाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।