Sat, 12 Apr 2025 21:45:01 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
कानपुर: संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के पूर्व संध्या पर आज गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र में एक प्रेरणादायी और भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विधायक सुरेंद्र मैथानी ने विजय नगर स्थित अंबेडकर नगर बस्ती में बाबा साहेब की प्रतिमा पर पहुंचकर स्वच्छता अभियान चलाया और प्रतिमा की विधिवत सफाई कर माल्यार्पण करते हुए उन्हें सादर नमन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बस्ती की महिलाओं, बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने भाग लिया, जो पूरे आयोजन की गरिमा और महत्व को दर्शा रहा था। विधायक ने उपस्थित जनसमुदाय को बाबा साहेब की जयंती की अग्रिम शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान को याद करते हुए उनके विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया।
विधायक मैथानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. अंबेडकर के संविधान को न केवल सम्मान दिया, बल्कि उसे धरातल पर लागू कर वास्तविकता में उतारा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पांच प्रमुख स्थलों को "पंच तीर्थ" के रूप में विकसित करके आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी प्रेरणा का मार्ग प्रशस्त किया है, जिससे युवा बाबा साहेब के जीवन और विचारों को जान सकें और उससे प्रेरणा ले सकें।
कार्यक्रम के दौरान विधायक मैथानी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को लोकसभा चुनाव में हराने का काम किया और उनके प्रतिनिधि को टिकट देकर उन्हें हाशिए पर डालने की कोशिश की, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण था। वहीं समाजवादी पार्टी के शासनकाल में दलितों पर लगातार अत्याचार हुए, झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए, और तो और, दलितों की आवाज मानी जाने वाली बहन मायावती जी पर भी हमला कर उन्हें अपमानित करने का कुत्सित प्रयास हुआ। विधायक ने इस घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय तत्कालीन भाजपा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने अपनी जान की परवाह किए बिना मायावती जी की रक्षा की, जो भारतीय राजनीति के इतिहास में एक साहसिक अध्याय है।
विधायक ने यह भी कहा कि आज कांग्रेस और सपा मिलकर बाबा साहेब के संविधान को जेब में रखने का ढोंग कर रही हैं और जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही हैं, परंतु आज का समाज सजग है, और विशेषकर दलित समाज भलीभांति जानता है कि असल में उनकी सुरक्षा और सम्मान भाजपा की सरकार में ही सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में अगर किसी सरकार ने पिछड़े, वंचित और दलित वर्ग को सही मायने में अधिकार दिलाया है, तो वह अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की सरकारें हैं।
इस भावनात्मक कार्यक्रम में बाबा साहेब की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला गया और बस्तीवासियों को मिठाइयों का वितरण भी किया गया। विधायक ने कहा कि यह दिन केवल जयंती का नहीं, बल्कि उन मूल्यों को आत्मसात करने का है, जिनके लिए बाबा साहेब ने जीवन भर संघर्ष किया।
कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष अजय राय, पार्षद घनश्याम गुप्ता, धीरज वाल्मीकि, अजय नाहर, सी. पी. समुद्रे, भाटी, सोहन, विजय मिश्रा, अरुण पाल, प्रेम सिंह, रंजीता पाठक, रविंद्र भदौरिया, विजय वर्मा, प्रदीप भाटिया समेत कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही, जिन्होंने पूरे आयोजन में अपनी सहभागिता से जनमानस को यह संदेश दिया कि बाबा साहेब केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं, जिसे हर पीढ़ी को अपनाना चाहिए।
यह कार्यक्रम एक सामाजिक एकजुटता और राजनीतिक संकल्प का अद्भुत उदाहरण बनकर उभरा, जो यह दिखाता है कि बाबा साहेब का सपना आज भी जीवित है और उसे साकार करने के लिए कई हाथ मिलकर आगे बढ़ रहे हैं।