Wed, 26 Mar 2025 15:06:02 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
आगरा: सपा सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान से करणी सेना का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को करणी सेना के हजारों कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर सांसद के आवास पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की, सोसायटी का गेट तोड़ने की कोशिश की और वहां रखी कुर्सियों को फेंककर तोड़फोड़ मचाई। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, लेकिन प्रदर्शनकारी डटे रहे।
आक्रोश के बीच पुलिस से झड़प, भगदड़ और पथराव
करणी सेना के प्रदर्शनकारियों ने जब सांसद के घर का घेराव किया, तो भीड़ बेकाबू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से धक्का-मुक्की की, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। लेकिन, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए इस पथराव से पुलिस के पसीने छूट गए। रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिंसक झड़प में इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
करणी सेना का ऐलान: सांसद को महाराणा सांगा स्मारक पर जाकर मांगनी होगी माफी
करणी सेना के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने इस विरोध प्रदर्शन की घोषणा पहले ही कर दी थी। उन्होंने कहा था कि सांसद रामजी लाल सुमन ने क्षत्रिय समाज के महापुरुष का अपमान किया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि सांसद को महाराणा सांगा के स्मारक पर जाकर नाक रगड़कर माफी मांगनी होगी, अन्यथा विरोध और उग्र होगा।
दिल्ली हाईवे पर लगा जाम, पुलिस ने किया बल प्रयोग
सिर्फ सांसद के घर ही नहीं, बल्कि दिल्ली हाईवे पर भी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचा दिया। उन्होंने सड़क पर जाम लगाकर यातायात ठप कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने वहां भी विरोध तेज कर दिया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की हुई। किसी तरह पुलिस ने हालात पर काबू पाया।
क्या है पूरा मामला:
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने संसद में बयान दिया था कि अगर मुसलमानों को बाबर की संतान कहा जाता है, तो फिर हिंदू भी राणा सांगा के वंशज हुए, जिन्होंने बाबर को भारत बुलाया था। इस बयान के बाद से ही क्षत्रिय समाज में उबाल आ गया और करणी सेना ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
आगरा बना राजनीतिक अखाड़ा, पुलिस सतर्क
इस पूरे घटनाक्रम के बाद आगरा का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है और हालात को सामान्य करने की कोशिशें जारी हैं। सूत्रों के मुताबिक, कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन करणी सेना के नेता अब भी अपने आंदोलन को जारी रखने पर अड़े हुए हैं।
आगरा में इस विवाद ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि सांसद रामजी लाल सुमन इस पर क्या रुख अपनाते हैं और सरकार इस मामले को शांत करने के लिए क्या कदम उठाती है।