Fri, 28 Mar 2025 10:46:45 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में शुक्रवार को कई अहम फैसले लिए गए, जिससे शहर की धार्मिक आस्था, स्वच्छता और प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। सबसे बड़ा निर्णय यह रहा कि पूरे नवरात्रि के दौरान वाराणसी में मीट, मछली और मुर्गे की दुकाने पूरी तरह से बंद रहेंगी। महापौर अशोक तिवारी ने सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि इस आदेश का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
कार्यकारिणी सदस्य मदन मोहन दुबे ने बैठक में यह प्रस्ताव रखा था कि नवरात्र के दौरान धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए मीट-मछली की दुकानों को बंद रखा जाए। इस पर महापौर ने तुरंत आदेश जारी कर दिया। साथ ही, उन्होंने निर्देश दिया कि नवरात्रि से पहले सभी मंदिरों के आसपास सीवर सफाई, मार्ग प्रकाश और सड़कों की मरम्मत का कार्य पूरा किया जाए।
शहर में धार्मिक स्थलों और विद्यालयों के पास सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का फैसला भी कार्यकारिणी बैठक में लिया गया। इसके लिए नगर निगम में लाइसेंसिंग प्रणाली लागू की जाएगी और सिगरेट विक्रेताओं से अनुज्ञा शुल्क लिया जाएगा। महापौर ने कहा कि धार्मिक और शैक्षणिक स्थलों के पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री बंद होने से युवाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
शहर में जलजमाव और गंदगी की समस्या को देखते हुए बड़े नालों की सफाई की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए। अधिशासी अभियंता ने बताया कि 20 नालों की सफाई का कार्य जारी है, लेकिन महापौर ने स्पष्ट किया कि सभी नालों की सफाई की सूची जल्द से जल्द कार्यालय में प्रस्तुत की जाए, ताकि उसकी गहन समीक्षा की जा सके।
बैठक के दौरान कार्यकारिणी सदस्य सुरेश कुमार पटेल ने मच्छरों की बढ़ती समस्या और वार्डों में फॉगिंग की अनियमितताओं को लेकर सवाल उठाया। लेकिन जब नगर स्वास्थ्य अधिकारी बैठक से अनुपस्थित रहे, तो महापौर ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
नगर निगम के उद्यान अधीक्षक ने 11 पार्कों में मदर डेयरी उत्पादों की बिक्री हेतु प्रस्ताव रखा, लेकिन कार्यकारिणी समिति ने निर्देश दिया कि मदर डेयरी को केवल बड़े पार्क दिए जाएं, ताकि आम नागरिकों को असुविधा न हो।
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र पंजीकरण में देरी की समस्या पर भी बैठक में चर्चा हुई। कार्यकारिणी सदस्यों ने प्रस्ताव रखा कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द सुधारने की जरूरत है। महापौर ने इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए 30-31 मार्च तक सभी बैकलॉग समाप्त करने के निर्देश दिए।
गर्मियों के मद्देनजर शहर में जल संकट को लेकर भी अहम चर्चा हुई। कार्यकारिणी ने बताया कि 196 कुओं की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 115 कुओं में जल्द कार्य शुरू होगा। साथ ही, 34 नए ट्यूबवेल बोरिंग का कार्य अगले एक महीने में पूरा करने का आदेश दिया गया।
आर्या आयुर्वेदिक ट्रस्ट राजा बलदेव दास बिरला अस्पताल को ₹1.11 लाख वार्षिक किराए पर 30 वर्ष के लिए लीज पर देने का प्रस्ताव पारित किया गया।
शहर में विज्ञापन नीति को और सख्त बनाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया, जिसमें सुरेश पटेल, मदन मोहन दुबे और हनुमान प्रसाद शामिल होंगे।
नगर निगम के निष्प्रयोज्य सामानों की नीलामी हेतु मूल्यांकन समिति बनाई गई। वन सिटी, वन ऑपरेटर योजना के तहत जलकल संचालन का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया।
बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, अपर नगर आयुक्त सविता यादव, महाप्रबंधक जलकल अनूप सिंह, उद्यान अधीक्षक वी.के. सिंह समेत नगर निगम के अन्य अधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।
नगर निगम की इस बैठक में वाराणसी के विकास, धार्मिक आस्था और प्रशासनिक सख्ती से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए। नवरात्रि में मीट-मछली की दुकानों का बंद रहना, धार्मिक स्थलों और स्कूलों के पास सिगरेट की बिक्री पर रोक, नालों की सफाई और जल संकट से निपटने की रणनीति, ये सभी फैसले शहर के नागरिकों को राहत देने वाले हैं। अब देखना होगा कि इन आदेशों को कितना प्रभावी ढंग से लागू किया जाता है।