Sat, 08 Mar 2025 21:48:55 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: इस वर्ष रंगभरी एकादशी का पर्व 10 मार्च को पड़ रहा है। इस अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में त्रिदिवसीय लोक उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह उत्सव न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस वर्ष के आयोजन में मथुरा के श्री कृष्ण जन्मस्थान और सोनभद्र के वनवासी समाज की विशेष भागीदारी है, जिससे इस पर्व की महिमा और भी बढ़ गई है।
त्रिदिवसीय उत्सव की शुरुआत 8 मार्च की सायंवेला में बाबा विश्वनाथ और मां गौरा की चल प्रतिमाओं के मंदिर चौक में विराजमान होने के साथ हुई। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने फूलों की होली खेलकर पर्व के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। यह नज़ारा देखने लायक था, जब मंदिर चौक में फूलों की बौछार से वातावरण दिव्य हो गया।
कार्यक्रमों की झलक:
रंगभरी एकादशी के इस त्रिदिवसीय उत्सव में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कार्यक्रम निम्नलिखित हैं:
- 8 मार्च (सायंकाल): फूलों से होली का आयोजन।
- 9 मार्च (प्रातःकाल): हल्दी लगाने की प्रथा का निर्वहन।
- 9 मार्च (अपराह्न): अबीर होली का आयोजन।
- 9 मार्च (सायंकाल): गुलाल होली का आयोजन।
- 10 मार्च (प्रातःकाल): भस्म अर्पण।
- 10 मार्च (अपराह्न): हल्दी और भस्म अर्पण।
- 10 मार्च (सायंकाल): मथुरा से प्राप्त होली सामग्री, वनवासी समाज से प्राप्त पलाश गुलाल और काशी भस्म का बाबा विश्वनाथ और मां गौरा को अर्पण।
10 मार्च को सायं 4 बजे मंदिर चौक से बाबा विश्वनाथ और मां गौरा की चल प्रतिमाओं की पालकी शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा में काशीवासी और धाम पधारे श्रद्धालु बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। यह शोभायात्रा मंदिर चौक के विस्तृत परिसर से होती हुई मंदिर प्रांगण में प्रवेश करेगी और अंत में गर्भगृह में पहुंचेगी।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की है। इस वर्ष मंदिर चौक के विस्तृत क्षेत्र में उत्सव का आयोजन किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस लोक उत्सव का हिस्सा बन सकें। इसके अलावा, समस्त कार्यक्रमों का श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग भी की जाएगी, ताकि दूर-दराज के श्रद्धालु भी इस पर्व की झलक पा सकें।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने सभी भक्तों और श्रद्धालुओं को इस लोक उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। न्यास ने कहा कि यह पर्व भगवान विश्वेश्वर और मां गौरा की कृपा पाने का सुनहरा अवसर है। इसलिए, अधिक से अधिक लोग इस उत्सव का हिस्सा बनें और इसकी पवित्रता और आनंद को महसूस करें।
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यूपी खबर समाचार पत्र की ओर से सभी पाठकों को रंगभरी एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं।