वाराणसी: BHU परिसर में छात्रों के दो गुटों में हिंसक झड़प, एक छात्र के मुंह में डाली पिस्टल

वाराणसी के बीएचयू कैंपस में दो छात्र गुटों में हिंसक झड़प हुई, जिसमें तीन छात्र घायल हो गए और एक छात्र के मुंह में पिस्टल डालकर प्रताड़ित किया गया, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

Wed, 19 Feb 2025 08:41:34 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: लंका थाना क्षेत्र अंतर्गत बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के परिसर में दो छात्र गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें तीन छात्रों की पिटाई की गई और एक छात्र के मुंह में पिस्टल डालकर उसे प्रताड़ित किया गया। घटना के बाद पीड़ित छात्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना बीएचयू कैंपस के सिंहद्वार के पास हुई। पीड़ित छात्र सजल सिंह, जो एमएसडब्ल्यू (मास्टर ऑफ सोशल वर्क) के छात्र हैं, ने बताया कि वह मंगलवार की दोपहर ट्रॉमा सेंटर से वापस आ रहे थे। जैसे ही वह सिंहद्वार से कैंपस में प्रवेश कर रहे थे, अजय प्रताप सिंह और उसके करीब 10 साथियों ने उन्हें घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी।

सजल के दोस्त विशाल सिंह और विनय सिंह ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी नहीं बख्शा गया। आरोपियों ने तीनों छात्रों की जमकर पिटाई की और सजल के मुंह में पिस्टल डालकर उन्हें डराने की कोशिश की। इस दौरान आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।

घटना के बाद सजल सिंह ने बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर से शिकायत की। उन्होंने बताया कि अजय प्रताप सिंह, जो गाजीपुर के जमुआव करंडा का रहने वाला है, पहले बीएचयू का छात्र था, लेकिन उसे निष्कासित कर दिया गया था। सजल ने आरोप लगाया कि अजय और उसके साथियों ने जानबूझकर उन्हें निशाना बनाया।

पीड़ित छात्र की तहरीर पर लंका थाने में अजय प्रताप सिंह और उसके नौ अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

बीएचयू कैंपस में हुई इस घटना ने छात्रों के बीच दहशत फैला दी है। छात्र संगठनों ने प्रशासन से कैंपस में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि ऐसी घटनाएं कैंपस की शांति और छात्रों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।

बीएचयू प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई करने का वादा किया है। चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।

पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की उम्मीद है। इस बीच, छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से कैंपस में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और सुरक्षा गार्ड तैनात करने की मांग की है।

इस घटना ने एक बार फिर बीएचयू कैंपस में सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है। छात्रों और अभिभावकों की नजरें अब प्रशासन और पुलिस पर टिकी हैं, जो इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई करेंगे।

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