Mon, 10 Feb 2025 14:42:57 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
प्रयागराज: आस्था और अध्यात्म के महापर्व महाकुंभ में आज एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई। इस दौरान उन्होंने विधिवत रूप से सूर्य को अर्घ्य दिया और फिर प्रयागराज के प्रसिद्ध बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन किए। राष्ट्रपति की इस आध्यात्मिक यात्रा के कारण श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया, वहीं प्रशासन को भारी भीड़ के कारण संगम रेलवे स्टेशन अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
सुबह राष्ट्रपति मुर्मू विशेष विमान से प्रयागराज पहुंची, जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद वे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच महाकुंभ के पावन स्थल संगम पहुंचे। संगम में स्नान से पहले उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजन किया और फिर आस्था की डुबकी लगाई।
राष्ट्रपति ने आस्था और श्रद्धा के साथ संगम में स्नान किया। मान्यता है कि कुंभ के दौरान संगम में स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्नान के उपरांत उन्होंने सूर्य देव को अर्घ्य दिया और प्रार्थना की। इस दौरान उनके साथ विशेष पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण किया और वैदिक विधि से पूजा-अर्चना संपन्न कराई।
संगम स्नान के पश्चात राष्ट्रपति ने प्रयागराज के ऐतिहासिक बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन किए। यह मंदिर अपनी अनूठी लेटी हुई हनुमान जी की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर परिसर में पुरोहितों ने उनका पारंपरिक स्वागत किया और उन्हें विशेष पूजन कराई गई। राष्ट्रपति ने यहां राष्ट्र की समृद्धि और जनता की सुख-शांति के लिए प्रार्थना की।
राष्ट्रपति के आगमन की खबर सुनते ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम क्षेत्र की ओर उमड़ पड़े। अचानक बढ़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बढ़ती भीड़ को देखते हुए संगम रेलवे स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया ताकि अव्यवस्था और किसी अनहोनी को रोका जा सके। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें और नियमों का पालन करें।
राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान प्रयागराज में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। कुंभ क्षेत्र को सुरक्षा घेरे में रखा गया और ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। पुलिस और सुरक्षा बलों को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया, जिससे कार्यक्रम बिना किसी अव्यवधान के संपन्न हो सके।
महाकुंभ में राष्ट्रपति की उपस्थिति को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया। बड़ी संख्या में लोग संगम क्षेत्र में पहुंचे और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने। लोगों का कहना था कि राष्ट्रपति का कुंभ में आना इस आयोजन की महत्ता को और बढ़ाता है।
महाकुंभ का यह ऐतिहासिक दिन भारतीय आस्था और आध्यात्मिकता की एक अनूठी मिसाल बन गया। राष्ट्रपति की संगम स्नान और पूजा-अर्चना ने इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया है। प्रयागराज में कुंभ का माहौल भक्तिमय बना हुआ है और श्रद्धालु इस अद्वितीय धार्मिक अनुभव का आनंद उठा रहे हैं।