Fri, 21 Feb 2025 00:56:39 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: महाकुंभ के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में स्नान कर रही माताओं, बहनों और बेटियों की आपत्तिजनक वीडियो और फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने के मामले ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है। इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्य महिला आयोग की सदस्य और वाराणसी के पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक शशांक शेखर त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर कुंभ स्नान के दौरान महिलाओं की आपत्तिजनक वीडियो और फोटो अपलोड किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है, बल्कि महिलाओं की गरिमा और अस्मिता के साथ खिलवाड़ भी है।
त्रिपाठी ने आगे बताया कि कुछ टेलीग्राम चैनलों द्वारा ऐसे वीडियो को बेचा भी जा रहा है, जो साइबर अपराध और भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत गंभीर अपराध है। उन्होंने कहा, यह मामला महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा हुआ है। ऐसे अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रतिनिधि मंडल ने राज्य महिला आयोग की सदस्य और पुलिस कमिश्नर को सौंपे गए पत्र में कहा कि इस तरह की घटनाएं महिलाओं की गरिमा और उनकी धार्मिक भावनाओं पर गंभीर प्रहार करती हैं। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि 14 फरवरी को वाराणसी कचहरी स्थित चौकी पर इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद 14 फरवरी को ही सोशल मीडिया पर एक शिकायती ट्वीट भी किया गया था।
राज्य महिला आयोग की सदस्य ने इस मामले को गंभीर बताते हुए पुलिस कमिश्नर वाराणसी को प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करने का निर्देश दिया है। वहीं, पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने एसीपी वाराणसी काशी जोन को इस मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
इस प्रतिनिधि मंडल में भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश सहसंयोजक राजेश त्रिवेदी, सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री शशिकांत दुबे, अधिवक्ता सूर्यभान तिवारी, दीपक वर्मा और प्रशांत कुमार शामिल थे।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।